हवाबाजी: अंत अंधी कमाई का

कच्छा 10 वी के दौर में मतलब कक्षा 10 वी के दौर में आईपीएल नया नया चालू हुआ और अपने टीवी से SatMax हटे नहीं. तब पड़ोस मे भाई हवाबाज़ हुआ करता उम्र में तकरीबन  2 – 4 साल ही बड़ा होगा. मगर मेरी नज़र मे लड़का सफ़ल किरदार था हर मायने में.

देख नोकिया का नया फोन …… अगले हफ़्ते देख मोटोरोला का नया फ़ोन खुलने वाला है ….. उस से अगले हफ़्ते देख नाइक के जूते  8000 के है. मतलब जब भी मिलो तो कलेजा फूकने का कुछ ना कुछ इतज़ाम तैयार रखता.

हवाबाज़: देख तेरे भाई ने कार ली है….. मारुती 800, अंदर म्यूजिक सिस्टम भी है “माही माही माही मेनू छल्ला पवा दे” बजाकर दिखाया

अपन: “भाई तेरा सही है” ये कहकर मैं अपनी दूध की डोली लिए निकल लिया.

एक दिन स्कूल से लौटा तो आस पास की सारी दूकाने बंद और महौले में शांति और भीड़ भाड़.

अपन: क्या हुआ ??

चिरकुट: हवाबाज़ को 4 आदमी म़ार गए आईपीएल सट्टे में 2 लाख हारा था नहीं दिए तो म़ार गए !!

मित्रों जीवन में हवाबाज़ मत बनो बेशक कम कमा खा लो मगर ईमानदारी का खा लो क्युकी हवाबाजी ज्यादा दिन नहीं चलती.

हवा में प्रणाम

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