ऑफिसर्स ट्रेनिंग अकैडमी में 1st, 2nd और 3rd टर्मरस का चाय सेशन चल रहा था की अचानक इंस्ट्रक्टर आये और वहा मौजूद कैडेट्स से पूछा “किसी को अकैडमी में कोई समस्या…??”
दुनिया भर की ज्यद्तिया सहने के बाद भी 1st टर्मरस के हाथ नीचे थे की अचानक एक नवयुवक ने हाथ उठाया. “यस सर जब तक हम लोग चाय के लिए पहुँचते है तब तक सीनियर लोग सारे बिस्कुट निपटा जाते है और हमे केवल बुरादा मिलता है.
“वैरी गुड” इंस्ट्रक्टर ने नौजवान की पीठ थपथपाई और वहा से चले गए.
रात के 2 बजे 3rd टर्मरस के हॉस्टल धम धम हुई और इंस्ट्रक्टर ने सभी को मुर्गा बनाते हुए कहा “ सालों यही शिक्षा दे रहे हो जूनियर्स को की वो बिस्कुट भुजिया पर मर रहे है….. चलो 5 किलोमीटर दौड़ म़ार कर पहुँचो मैदान में आज तुम्हे महाकाल बनाता हूँ” और 3rd टर्मरस 2 घंटे तक बुरी तरह रगड़े गए.
तड़के 4 बजे 2nd टर्मरस के हॉस्टल धम धम हुई और 3rd टर्मरस ने सभी को मोर बनाते हुए कहा “ सालों यही ज्ञान पेल रहे हो जूनियर्स को की वो हाय बिस्कुट कर रहे है….. चलो 5 किलोमीटर दौड़ म़ार कर पहुँचो मैदान में आज तुम्हे सुपरमैन बनाते है”
सुबह 6 बजे 1st टर्मरस के हॉस्टल पर धम धम हुई 2nd टर्मरस ने सभी को लंगूर बनते हुए कहा “आओं सारे बिस्कुट भुजिया ले लो” और इसी के साथ 1st टर्मरस के आगे पीछे ऊपर नीचे अंग अंग में लालीमा फैला दी गयी.
उस दिन फिर से चाय सेशन पर इंस्ट्रक्टर आये और वहा मौजूद कैडेट्स से पूछा “किसी को अकैडमी में कोई समस्या…??”
सभी ने पिछवाड़े पर हाथ लगाते हुए कहा “नो सर” !!!
मित्रों जीवन में समस्या कोई नहीं है बस समझाने के फर्क होता है