जीवन में उम्मीद का होना बेहद जरुरी है दोस्त मगर उमीदों के रथ पर सवार मत होना ख्यालों के रास्ते अक्सर दीवारों में जा भिड़ते है अपने पंखो की जान पर ही आसमान छुआ जाता है अंत तो जीवन का मिटटी और राख़ ही है मगर दुनिया में भीड़ की है तो आसमान भी छूकर देखो सही वक्त का इंतज़ार करना बेईमानी है दोस्त जो बेईमानी हर शख्स खुद के साथ हर वक्त करता है अच्छा होना कोई काबिलियत तो नहीं है इसीलिए काबिल होना ही अच्छा है कामयाबी के लिए दुनिया की मंडी में तुम्हे हमेशा तौला जायेगा अपना भाव बनाना पड़ता है अपने आप नहीं होता सब्र का इम्तिहान उस नीली छत वाले की फितरत है तो उस पर भरोसे की फ़ितरत मैं कैसे छोड़ दूँ प्रदीप सोनी