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बदल जाते है

Posted on September 22, 2016June 4, 2020
बदल जाते है
 
निकल जाये जब मतलब अपना 
 
लोगो के अकसर ख़्यालात बदल भी जाते है 
 
 
 
दौड़ते है हौसले जब हाथों की रगों में 
 
लकीरे, किस्मत और औकात बदल भी जाती है 
 
 
 
बदलने पड़ते है राह, राही, राहगीर भी 
 
मुश्किलों में मक़सद, मंजिल, भगवान बदल भी जाते है 

 
जाते नहीं कुछ लोग भुलाये 
 
चाहे दिन, महीने चाहे साल बदलते जाते है 
 
 
 
बदलते नहीं ‘दीप‘ जो खास हुआ करते है  
 
रना साथ समय के मौसम, अपने और सरकार 
 
बदल भी जाती है  
 

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