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Month: September 2017

मेरे गुरु है नमन तुम्हे

Posted on September 5, 2017June 7, 2020

दूर तलक था अँधियारा जब जीवन का आगाज हुआ अनजाना सफ़र अनजानी डगर मकसद जीवन का राज हुआ जो मिले आप तो मिला साथ किसी धुन का जैसे साज हुआ इस ज्ञान डगर पर चलने से मुझे जीने का अंदाज हुआ बन दीप गुरु जब आप जले तो रोशन ये संसार हुआ हे मेरे गुरु…

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