वो कहते है हम तोड़ेंगे ये बस्ता मुल्क हजार में तोड़ो धर्म पे तोड़े जात पे तोड़ो मजहब की हर बात पे तोड़ो तोड़ो इनको कर्मो पर और रंग भेद औकात पे तोड़ो जो टूटे से ना जुड़ पाए तुम इन्हें हर इक हालात पे तोड़ो हम कहते है हम…
वो कहते है हम तोड़ेंगे ये बस्ता मुल्क हजार में तोड़ो धर्म पे तोड़े जात पे तोड़ो मजहब की हर बात पे तोड़ो तोड़ो इनको कर्मो पर और रंग भेद औकात पे तोड़ो जो टूटे से ना जुड़ पाए तुम इन्हें हर इक हालात पे तोड़ो हम कहते है हम…