Skip to content
Menu
Lekhshala
  • Poetry
  • Haryanvi
  • Events
  • Competitions
  • E-Book
Lekhshala

Month: October 2016

ना चाहिये

Posted on October 24, 2016June 4, 2020

    ना चाहिए रपिये हो या ताकत का घणाजोर दिखाणा ना चाहिये कदे पासे उलटे पड़ जा से ज्यादा अकड़ में आणा ना चाहिये   राज हो या हो यारी कोई हर किसे ते बताणा ना चाहिये रोला हो या प्यार कोई घरक्या ते छुपाणा ना चाहिये   जमीन हो या गाय का कदे…

शहीद

Posted on October 16, 2016June 7, 2020

    शहीद PDF    वो रोज धमाके सुनते है जीते हैं जंग के साये मेंवो खडे हुए हैं सीमा परले असला अपनी बाहों में गोलियों की बरसात मेंवो लाल लहू से नहाते हैंहोली हो या दिवाली होसब सीमा पर ही मनाते हैं इक आस जो घर पर जाने कीजो पल भर में धुल जाती…

भगत सिंह

Posted on October 8, 2016June 7, 2020

भगत सिंह  ये सपूत भारत माँ के अकड़ किसी की नहीं सहते सच्चे सूरमे पक्के देशभक्त भगवान भरोसे नहीं रहते    मंजर अपनों की मौत वाला दौड़े आँखों में बन लाल लहु फिर हथियार उठाना पड़ता है तब होश ठिकाने नहीं रहते   तू शेर है भारत माता का दुश्मन के घर घुस वार करे…

©2024 Lekhshala | Powered by SuperbThemes & WordPress