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Month: September 2016

कहर बनाई

Posted on September 30, 2016

36 गामा में बस्ता तू एक शहर बनाई है 36 गामा में बस्ता तू एक शहर बनाई है के कहने ऊपर वाले के जमा कहर बनाई है देख के जिसने घी सा घल्जा बुझा हुया लट्टू भी जलजा खेतों खेत ने जाती तू एक नहर बनाई है रात अँधेरी पाछे चढती सुबह सी आई है तेरे…

बदल जाते है

Posted on September 22, 2016June 4, 2020

बदल जाते है   निकल जाये जब मतलब अपना    लोगो के अकसर ख़्यालात बदल भी जाते है        दौड़ते है हौसले जब हाथों की रगों में    लकीरे, किस्मत और औकात बदल भी जाती है        बदलने पड़ते है राह, राही, राहगीर भी    मुश्किलों में मक़सद, मंजिल, भगवान बदल भी जाते है …

ना कोई क़यामत आईं है

Posted on September 14, 2016June 4, 2020

    इस हस्ते बस्ते शहर में कैसे गुमनामी छाई है सब उजड़ा उजड़ा लगता है क्या कहर सुनामी आयी है   बह गए दिलो के अरमा सारे सब किस्मत की रुसवाई है है अपने हाथो शहर ये उजड़ा ना कोई क़यामत आईं है   सालों बाद मिले है किस्मत इन अंजनी राहो में कहने…

जो दौर गवाँए बैठे है

Posted on September 6, 2016June 4, 2020

    जो दौर गवाँए बैठे है   थे शौक नये अरमान बहुत बसते थे दिल में ख्वाब बहुत बचपन वाले दिनों का वो इतवार भुलाए बैठे है   आया फिर से याद वही जो दौर गवाँए बैठे है   कभी कच्चे पक्के रास्तो में कभी रेल बसों के धक्को में चार जून की  रोटी खातिर…

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Posted on September 1, 2016

नाम प्रदीप सोनी और घर वाले प्यार से ‘गोलू’ बुलाते है. यार दोस्तों ‘सोनी–मोनी–टोनी’ या जो नाम हत्थे चढ़ जाये वही. हरियाणा के शहर रेवाड़ी में अपना घर पाया जाता है. परिवार में 4 लोग है. फादर साहब का अपना बिज़नस है. माता जी गृह मंत्रालय संभालती है. और छोटा भाई अभी कॉलेज जाता है. जिंदगी…

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